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App- raise –al Letter

. Friday, September 9, 2011

June/July  - Time for results for those very seriously and carefully filled appraisal letters. You might have filled those too, if you are working class person, like me. My results were declared but while groping on the web I came across this appraisal Letter. Anyway, I found it really interesting and thought Ill share it here. Though I always believe that the cApS and TOggLe are irritating like Ranbir’s kapoor’s stand up acts in ‘Tata Docomo’ Promotion, and this could have been avoided but Bah! I don't have so much time. And by the end of it, I realized, iTs fuN rEaDInG lIKe tHiS sOmeTImeS. Isn"t it? :P

हमेशा की तरह 10 बजे ठुमकते हुए office आया ,

11 बजे तक नाश्ता किया और बारह बजे तक mail ही पढ़ पाया,

हमेशा की तरह आज भी मुझे आलस आ रहा था ,

और मेरा PM मुझे तिरछी निगाहों से देख - देख गुस्सा रहा था ,

मैं बड़े concentration के साथ एक "Careful" mail पढ़ रहा था ,

तभी देखा मेरे PM ke नाम का नया mail कोने मैं blink कर रहा था ,

फिर कोई training attend करनी होगी , ये क्या बकवास है ,

क्या reply मैं लिख दूँ की मेरे mailbox का उपवास है ?

मैंने आँखें बंद की और 10 bar "om" "om" bola,

और प्रणाम karte huye  मैंने वो मेल खोला ,

PM के इस मेल मैं एक अजीब सा सुकून और भोलापन है ,

likha है भाइयों appraisal letters आ गए , अब तो one -to-one hai,

मॅन मैं ऐसे बुरे बुरे ख्याल आ रहे थे ,

ऊपर से कुछ लोग मेरे "de-appraisal" की गन्दी affwah उड़ा रहे थे ,

PM को letter लाते देख हर कोई usse देखता जाता है ,

जैसे mallika के किसी नए गाने को देखा जाता है ,

आखिर वो वक़्त आया ,PM ने एक एक kar sabako ander बुलाया ,

जो भी अंदर जाता हँसता हुआ जाता ,

जो बहार आता , मुरझाया hua aata,

बहार आ कर इंसान संभल भी नहीं पता है ,

की " कितना हुआ kitna मीला " हर कोई उसपे टूट जाता है ,

किसी एक को appraisal मैं 2000 rupaye मिले थे , मैं उसकी हंसी उड़ा रहा था,

तभी मैंने देखा मेरा PM इशारे से मुझे अंदर बुला रहा था ,

मैं confidence से उठा और आगे कदम बढाया ,

तभी मेरी belt का buckle टूट के नीकल आया ,

मेरी हालत तो अभी से ही बुरी हो गयी ,

साला इज्ज़त उतरना तो यही से शुरू हो गयी ,

मैं अंदर पहुंचा और PM ने मुझे बिठाया ,

उसने मेरा letter पढा और वो हंसी रोक न पाया ,

वोह इतना हंसा की usse आंसू आ गए ,

क्या मेरे appraisal digits usse इतने भा गए ,

जैसे ही उसने appraisal letter मेरी तरफ बढाया ,

मेरी आँखों के आगे घनघोर अँधेरा छाया ,

मुझे लगा जैसे मेरे dil की दीवार को किसी ने गोबर से पोता है ,

अरे यार " बीस rupaye" ? ये भी कोई increment होता है ?

ये software indusrty है , अखाडा नहीं है ,

ये "SALARY INCREMENT" है , दादर आने - जाने का भाडा नहीं है ,

मेरे चारों तरफ कलि घटा छायी , तभी मेरे PM की soothing आवाज़ आई ,

तुम सोच रहे होगे के company mgmt का दिमाग फिर गया है ,

पर बेटा हम क्या करें , dollar का bhav 2 rupaye जो gir गया है ,

पर फिर भी मुझे लगता है , ये letter fake है ,

मुझे तो लगता है ये printing mistake है ,

तुम HR मैं जाओ , और ये confirm करके आओ ,

भाई HR मैं जाने के लिए तैयार होना पड़ता है ,

वही तो ऐसी जगह है जहाँ सुंदर लड़कियों से पला पड़ता है ,

shitt!! जहाँ "Renuka " बैठी है , आज वहां बैठा "Aftab" hai,

मैं समझ गया बेटा , आज अपना luck ही ख़राब है ,

उसने मेरा letter खोला , और खुश हो के बोला ,

वो बोला sir आप के लिए खुशखबरी है ,

आप के letter ने "Printing mistake" पकड़ी है ,

मैंने कहा boss अब देर न लगाएं ,

और मुझे मेरा actual amount बताएं ,

sorry sir ये mistake just by एक्सीडेंट है ,

बीस rupaye नहीं , दो rupaye आप का increment है ,

मैं क्या करूं आप को ये बताते हुए मेरा dil रो रहा है ,

पर क्या करें dollar का भाव भी तो कम हो रहा है ,

मैं बस वहाँ खडा था , कुछ समझ नहीं आ रहा था ,

मुझसे ज्यादा increment तो security वाला पा रहा था ,

मैंने खुद को संभाला , खुद को उठाया ,

मैं लौटा और सीधे PM के पास आया ,

मैं सीधा उसके केबिन गया और दरवाज़ा खोला ,

इस से पहले की वो बोले , मैं ही उस से बोला ,

sir ये पैसे वापिस ले लीजिये , बात करना फीजूल है ,

मैं गरीब हूँ , पर भीख नहीं लेता ये मेरा उसूल है |.

Cheers

:P

1 comments:

Kalyani said...

Amazing !!
Very true story of all software professionals in our country.
iNdeeD rEaDing lIKe tHiS iS fUn aT tImEs :D

And this one is going to be a few stories that I love to by heart and recite :)

 

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